
‘आधी दुनिया’ पत्रिका में आदिवासी लेखन और स्त्रीवादी सरोकार
Author(s) -
रजनीश कुमार अम्बेडकर
Publication year - 2022
Publication title -
praxis international journal of social science and literature
Language(s) - Hindi
Resource type - Journals
ISSN - 2581-6675
DOI - 10.51879/pijssl/050205
Subject(s) - computer science
‘आधी दुनिया’ पत्रिका राँची, झारखंड से निकलती है। यह पत्रिका आदिवासी क्षेत्रों में काफी प्रसिद्ध है। पहले दौर की पत्रिकाओं में स्त्रियों के आचरण, घर-गृहस्थी की साज-सज्जा, यौन शुचिता और स्त्री-शिक्षा संबंधित लेख छपते थे। दूसरे, दौर में ‘स्त्री-दर्पण’ सरीखी पत्रिकाओं के लेखों और संपादकीयों में स्त्रियों को स्त्रियोचित भूमिकाओं तक ही सीमित रखने का विरोध किया गया। तीसरे, दौर में ‘स्त्री धर्म’ और ‘चाँद’ सरीखी पत्रिकाओं में स्वाधीनता आंदोलन में स्त्रियों को भागीदारी के लिए प्रेरित किया गया और ‘चाँद’ में तो स्त्री को बौद्धिक चेतना संपन्न व्यक्ति मानकर पुरुषों के समकक्ष रखकर देखने की वकालत भी की गयी। स्त्रीवादी पत्रिकाओं के इस तेवर को आगे चलकर ‘आधी दुनिया’ पत्रिका में देखा जा सकता है।