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सोलह कारण भावनााः एक अन ु शीलन (मनो-सामाजिक एवं आध्याजममक ववकास के बन ुनयादी सोपान)
Author(s) -
दीपा िैन
Publication year - 2018
Publication title -
towards excellence
Language(s) - Hindi
Resource type - Journals
ISSN - 0974-035X
DOI - 10.37867/te100218
Subject(s) - computer science
िैन दशनश में आध्याजममक उन्ननि एवं भाव ववशुद्धि की प्रक्रिया में सोलह कारण भावनाओं का प्रमुख स्थान है। यदद सािक इनका मन से एकाग्रधित्त होकर अनुसरण करिा है िो वह ननश्िय ही िीथकं र प्रकृनि का बंि कर लेिा है अथाशि्वह आगामी भव में मोक्षगामी हो िािा है। यह िो इसका िार्मकश पक्ष है क्रकन्िु भाव ववशुद्धि में सोलह कारण भावनाओं की भूर्मका मनोवैज्ञाननक दृजटिकोण से अपना अलग स्थान रखिी है। इसके िलिे व्यजति मोह-माया िथा राग-द्वेष से दरूहोिा िला िािा हैएवं स्वयं के निदीक आिे हुए सुख-दखु दोनों पररजस्थनियों में ही समिा भाव िारण करना सीख िािा है। यह लेख इन्हीं पहलुओं पर प्रकाश डालिा है

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