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राष्ट्रीय षिक्षा नीति के अन्तर्गत प्राथमिक षिक्षा में त्रिभाषा सूत्र का ज्ञान बालकों के बौद्धिक विकास का पोषक
Author(s) -
अशोक कुमार वर्मा
Publication year - 2021
Publication title -
scholarly research journal for humanity science and english language
Language(s) - Hindi
Resource type - Journals
eISSN - 2349-9664
pISSN - 2348-3083
DOI - 10.21922/srjhsel.v9i46.1542
Subject(s) - political science
देष में भावनात्मक एकता और आधुनिक ज्ञान-विज्ञान को बढ़ावा देने के लिए सन् 1968 ई. में संसद के दोनों सदनों ने आम सहमति से त्रिभाषा सूत्र से सम्बन्धित संकल्प पारित किया था। इस संकल्प में स्कूली षिक्षा में मुख्यतः हिन्दी, अंग्रेजी और क्षेत्रीय भाषा को अनिवार्य रुप से पढ़ाने की बात स्वीकार की गयी थी। राष्ट्रीय षिक्षा नीति के प्रारुप में संस्कृत को भी अनिवार्य विषय के रुप में रखने का सुझाव दिया गया है। त्रिभाषा सूत्र में हिन्दी, अंग्रेजी के अलावा दक्षिण भारतीय भाषाओं में से किसी एक को पढ़ाने की बात की गई थी परन्तु हिन्दी भाषी राज्यों में हिन्दी, अंग्रेजी भाषाओं के साथ सांस्कृतिक विरासत की भाषा के रुप में संस्कृत या उर्दू पढ़ाने की बात की जा सकती है।